संस्था का गठन एवं उद्देश्य
संस्था का गठन दिनांक 24 मई 2024 को संस्थापक द्वारा किया गया। इसका उद्देश्य गरीबी उन्मूलन, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, पर्यावरण संरक्षण एवं अन्य सामाजिक कल्याणकारी कार्यों के माध्यम से मानव सेवा करना है। यह संस्था समाज के कमजोर और वंचित वर्गों को सहयोग प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसका मुख्य उद्देश्य मानव जाति के अधिकारों की रक्षा करना, जरूरतमंदों की सहायता करना और समाज में समानता, भाईचारे एवं मानवता की भावना को बढ़ावा देना है।
संस्था में वे सभी व्यक्ति जुड़ सकते हैं या सदस्य बनकर सेवा कर सकते हैं, जो समाज कल्याण की भावना रखते हैं और संविधान में पूर्ण विश्वास रखते हैं। संस्था सभी जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र से ऊपर उठकर मानव कल्याण के लिए कार्य करती है। इसका मूल मंत्र "सर्वे भवंतु सुखिनः, सर्वे संतु निरामया:" है, जिसका अर्थ है - सभी सुखी हों, सभी निरोगी रहें।
संस्था का उद्देश्य बहुआयामी है, जो विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों में सक्रिय भूमिका निभाता है:
गरीबी उन्मूलन: संस्था निर्धन और जरूरतमंद परिवारों को सहायता प्रदान करने का कार्य करती है। इसके तहत खाद्य वितरण, वस्त्र वितरण, आश्रय सहायता और अन्य आवश्यक सेवाएं प्रदान की जाती हैं।
शिक्षा: संस्था का मानना है कि शिक्षा सबसे बड़ा हथियार है जो समाज को बदल सकता है। संस्था निम्नलिखित कार्यों के लिए प्रतिबद्ध है:
निर्धन बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान करना।
पाठ्य सामग्री, पुस्तकें एवं वर्दी वितरित करना।
वयस्क शिक्षा कार्यक्रम चलाना।
तकनीकी एवं व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देना।
स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सेवाएँ: स्वस्थ समाज ही एक सशक्त राष्ट्र की नींव रख सकता है। इस लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए संस्था निम्नलिखित सेवाएं प्रदान करती है:
निःशुल्क स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन।
ब्लड डोनेशन कैंप, मेडिकल चेकअप, दवा वितरण।
मानसिक स्वास्थ्य एवं जागरूकता अभियान।
गरीब और असहाय लोगों को उचित चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराना।
रोजगार एवं स्वरोजगार: संस्था समाज के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर प्रदान करती है:
विभिन्न कौशल विकास कार्यक्रमों का आयोजन।
बेरोजगारों के लिए ट्रेनिंग एवं वर्कशॉप का आयोजन।
छोटे व्यवसायों को बढ़ावा देना एवं वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना।
पर्यावरण संरक्षण: संस्था पर्यावरण को स्वच्छ और हरित बनाने के लिए कार्यरत है। इसके तहत निम्नलिखित गतिविधियाँ चलाई जाती हैं:
वृक्षारोपण कार्यक्रम।
जल संरक्षण एवं स्वच्छता अभियान।
प्लास्टिक मुक्त समाज बनाने हेतु जागरूकता अभियान।
कचरा प्रबंधन एवं पुनर्चक्रण (Recycling) को बढ़ावा देना।
सामाजिक समरसता एवं भाईचारा: संस्था समाज में आपसी सद्भाव, समानता एवं भाईचारे को बढ़ावा देती है। इसके तहत:
जातिवाद, भेदभाव एवं असमानता को समाप्त करने के लिए अभियान।
महिला सशक्तिकरण एवं लैंगिक समानता पर कार्य।
समाज में प्रेम, सौहार्द्र एवं शांति का संदेश फैलाना।
नशामुक्ति अभियान: संस्था समाज को नशा मुक्त बनाने के लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाती है। इसके तहत:
युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए प्रेरणादायक कार्यक्रम।
नशा करने वालों के लिए पुनर्वास केंद्रों की स्थापना।
नशामुक्त समाज के लिए कानूनी एवं सामाजिक प्रयास।
अनाथ एवं बुजुर्गों की सहायता:
अनाथालयों एवं वृद्धाश्रमों का संचालन एवं सहयोग।
बेसहारा एवं बुजुर्गों को आश्रय एवं आवश्यक सुविधाएँ प्रदान करना।
वृद्धजनों के लिए निःशुल्क चिकित्सा सेवाएँ।
गौ-सेवा एवं पशु संरक्षण:
गौशालाओं की स्थापना एवं संचालन।
घायल एवं असहाय पशुओं की चिकित्सा एवं देखभाल।
पशु अधिकारों के प्रति जागरूकता अभियान।
राष्ट्रभक्ति एवं देश सेवा: संस्था देश की एकता, अखंडता एवं संप्रभुता की रक्षा के लिए समर्पित है। इसके तहत:
स्वतंत्रता सेनानियों एवं शहीदों के परिवारों का सम्मान।
राष्ट्रहित में कार्य करने वाले व्यक्तियों एवं संस्थानों का सहयोग।
भारतीय संस्कृति एवं मूल्यों का संरक्षण एवं प्रचार-प्रसार।
हमारा विश्वास है कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए सभी को एक साथ मिलकर कार्य करना होगा। हम समाज के हर वर्ग को समान अवसर प्रदान करने और एक मजबूत राष्ट्र के निर्माण के लिए प्रयासरत हैं। संस्था का लक्ष्य केवल सेवा करना ही नहीं, बल्कि लोगों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना भी है। हम एक ऐसे समाज की कल्पना करते हैं जहाँ हर व्यक्ति को समान अधिकार और अवसर मिले और कोई भी व्यक्ति भूखा, बेघर या अशिक्षित न रहे।
संस्था में वे सभी व्यक्ति सदस्य बन सकते हैं, जो समाज कल्याण में रुचि रखते हैं और मानवता की सेवा करना चाहते हैं। सदस्यता हेतु निम्नलिखित वर्गों में शामिल हुआ जा सकता है:
सामान्य सदस्य: जो समय-समय पर संस्था की गतिविधियों में भाग लेते हैं।
कार्यकारी सदस्य: जो संस्था के संचालन में सक्रिय भूमिका निभाते हैं।
दानदाता सदस्य: जो आर्थिक सहयोग देकर संस्था के कार्यों में योगदान देते हैं।
स्वयंसेवक: जो विभिन्न अभियान एवं कार्यक्रमों में स्वेच्छा से अपनी सेवाएँ प्रदान करते हैं।
संस्था को विभिन्न प्रकार से सहयोग किया जा सकता है:
आर्थिक योगदान द्वारा।
समय एवं श्रम देकर।
संसाधन एवं अन्य आवश्यक सामग्रियों का दान देकर।
जागरूकता अभियानों में सहयोग देकर।
संस्था का मुख्य लक्ष्य समाज में सकारात्मक बदलाव लाना है। हम समाज के प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक करना चाहते हैं कि वे अपने कर्तव्यों को समझें और अपने आसपास जरूरतमंदों की सहायता करें। संस्था का मानना है कि समाज की भलाई के लिए हमें अपने स्तर पर छोटे-छोटे प्रयास करने चाहिए।
हम सब मिलकर एक ऐसे समाज का निर्माण करें जहाँ कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए, शिक्षा से वंचित न हो, चिकित्सा के अभाव में पीड़ित न हो और प्रत्येक नागरिक आत्मनिर्भर एवं सशक्त बने।
निवेदक
संस्था का नाम : न्यूट्रो सवेरा फाउंडेशन
संस्था का पता : अमलाबाद चंदनकियायी, बोकारो, झारखंड- 828302
संपर्क सूत्र : 9835534486
ईमेल : [email protected]
संस्था का गठन एवं उद्देश्य
संस्था की स्थापना
संस्था का गठन दिनांक 24 मई 2024 को संस्थापक द्वारा किया गया। इसका उद्देश्य गरीबी उन्मूलन, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, पर्यावरण संरक्षण एवं...
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